मेरे विचारों को शब्दों का रूप देने का मैने प्रयास किया है। मैं आशा करती हूं, कि आप मेरी कविताएं आपके जीवन में आए अनुभवों से जुड़े हुए पाएंगे।विचारों को शब्दों का रूप देने से मन किसी अदृश्य बोझ से मुक्त हो जाता है। जिस प्रकार नदी का बहता पानी शुद्ध कहलाता है वैसे ही बहता मन शुद्ध और समृद्ध होता है।